देहरादून। बेरोजगारी से त्रस्त युवाओं पर केन्द्र सरकार द्वारा सेना में अग्निपथ योजना थोपकर उनके भविष्य से होने वाले खिलवाड़ के विरोध में पहाड़ से लेकर मैदान तक के युवा लामबंद हो रहे है।
गुरुवार को राजधानी देहरादून सहित कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए। देहरादून में भारतीय सेना में युवाओं को चार साल की नौकरी देने संबंधी केंद्र सरकार के फैसले को माकपा ने सेना में निजीकरण की शुरुआत बताते हुए इसके विरोध में गुरुवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में प्रदर्शन कर केंद्र सरकार का पुतला जलाया गया।
उधमसिंहनगर जिले खटीमा शहर में भी गुरुवार को अग्निवीर भर्ती योजना के विरोध में सैंकड़ों युवक सड़कों पर उतर आए। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में युवाओं में जहां खटीमा नगर में जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। तो वही खटीमा मुख्य चौक पर सरकार की इस योजना के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। गुस्साए युवकों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ी। युवाओं ने खटीमा तहसील पहुंचकर प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज इस योजना को जल्द से जल्द वापस लिए जाने की भी मांग की। आक्रोशित युवाओं ने कहा कि पूरे देश में युवा सरकार की अग्निवीर भर्ती योजना का विरोध कर रहे हैं। देश भर का युवा सरकार से मांग करता है कि इस योजना को जल्द से जल्द सरकार वापस ले।प्रदर्शनकारी युवाओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि शारीरिक दक्षता की परीक्षा पास करने के बाद वह पिछले दो साल से वह सेना भर्ती की लिखित परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन सरकार ने लिखित परीक्षा कई बार रद्द कर दी है। इसके बाद अब पूरे देश में टीओडी योजना को लागू कर दिया है जो कि देश के युवाओं के विरोध में है। जब तक सरकार टीओडी को वापस पूर्व में भर्ती प्रक्रिया का रिटन नहीं कराती है देश भर में युवा केंद्र सरकार की टीओडी योजना के विरोध में धरना प्रदर्शन करते रहेंगे।
जवानी में रिटायरमेंट देगी मोदी सरकार
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के गढ़वाल मीडिया प्रभारी रविंद्र सिंह आनंद ने अग्नीपथ के मुद्दे पर केन्द्र सरकार को घेरते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने देश के युवाओं को छलने का काम किया है। देश में बीजेपी की ऐसी पहली सरकार है, जो युवाओं को 21 वर्ष की आयु में रिटायरमेंट देकर उन्हें बेरोजगार करेगी। सिर्फ 4 सालों में युवाओं को सेना से सेवानिवृत्त करने वाली इस योजना से सरकार की मंशा युवाओं को रोजगार के नाम पर ठगने का काम कर उन्हें पंगु बनाने की है। उन्होंने कहा कि जो युवा 17 वर्ष की आयु में अग्निपथ की परीक्षा देगा, वह 4 साल की नौकरी के बाद महज 21 व आयु में रिटायर हो जाएगा। 6 महिने की ट्रेनिंग के बाद 3. 5 साल ही नौकरी कर पाएगा। 21 साल में जब युवा अपना कैरियर शुरू करते हैं, तभी उनको रिटायरमेंट देने का काम यह सरकार करेगी।
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