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16 जनवरी को कार्बेट पार्क के ठेला रेंज कार्यालय पर आयोजित धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए संयुक्त संघर्ष समिति का जनसम्पर्क अभियान

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रामनगर(उत्तराखंड):जंगली जानवरों व बंदरों से सुरक्षा तथा जंगली जानवरों के हमले में मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपए तथा घायलों के संपूर्ण इलाज की गारंटी व 10 लाख लख रुपए मुआवजा दिए जाने आदि मांगों को लेकर 16 जनवरी को कार्बेट पार्क के ठेला रेंज कार्यालय पर आयोजित धरना प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा मालधन, बासीटीला, ढेला आदि क्षेत्रों में जनसंपर्क एवं प्रचार किया गया।

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इस दौरान हुई बैठक को संबोधित करते हुए समिति के संयोजक ललित उप्रेती ने कहा कि विगत 31 दिसंबर को दो दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार करने के दौरान रामनगर एसडीएम ने संघर्ष समिति से लिखित में ज्ञापन लेकर आश्वासन दिया था कि शासन स्तर पर इनका जल्द ही समाधान किया जाएगा परंतु 15 दिन बीत जाने के बावजूद भी  ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया है इस कारण मजबूर  होकर 16 जनवरी को ढेला रेंज कार्यालय पर धरना प्रदर्शन कार्यक्रम की घोषणा की गई है।

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समिति के सह संयोजक महेश जोशी ने कहा कि अक्टूबर 2016 में संयुक्त संघर्ष समिति और उत्तराखंड शासन के मध्य लिखित समझौता हुआ था कि जंगली जानवरों के हमले में घायल के इलाज का समस्त खर्चा सरकार व्याधि निधि से करेगी परंतु दो माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी बाघ के हमले में घायल अंकित के इलाज का पैसा देने के लिए सरकार तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यक्रमों के आयोजनों में लाखों करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा देने वाली सरकार एक नौजवान का इलाज करने के लिए तैयार नहीं है। 

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संजय मेहता ने कहा कि 14 दिसंबर को कॉर्बेट पार्क उपनिदेशक ने धरने पर आकर घोषणा की थी कि आदमखोर टाइगर को ट्रेंकुलाइज करने के आदेश ले लिए गए हैं तथा उसे दो-तीन दिन में ही पकड़ लिया जाएगा परंतु आज एक महीना बीत जाने के बावजूद भी कार्बेट प्रशासन ने टाइगर को पकड़ कर जनता को सुरक्षा नहीं दी है। अब ऐसे में जनता के पास आंदोलन के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है।

जनसंपर्क कार्यक्रम में सूरज, हीरा खत्री, अमन, सोवन सिंह, मुनीष कुमार आदि शामिल रहे।