उत्तराखंडकुमाऊंनैनीताल

सूफियाना रंग मे रंगा रामनगर

ख़बर शेयर करें

रामनगर(उत्तराखंड):सय्यदना मौलाना अब्दुल हयी शाह की 49वी सालाना फातेहा (उर्स)सूफी ख्वाज़ा मोहम्मद सबाहत हसन शाह सज्जादा नशीन(लखनऊ)की अध्यक्षता मे बड़ी धूम-धाम से मनाई गयी।

गौरतलब है कि शुक्रवार को रामनगर के गुलरघट्टी क्षेत्र मे स्थित खानकाह इनायती,राहती,फ़साहती मे सय्यदना मौलाना अब्दुल हयी शाह 49वीं सालाना फातेहा(उर्स)बड़ी धूमधाम से मनाई गयी।इस प्रोग्राम मे शिरकत करने के लिए लखनऊ से दादा मियाँ सूफी ख्वाज़ा नबी रज़ा शाह की दरगाह व भैसौड़ी शरीफ की दरगाह के गद्दी नशीन सूफी ख्वाज़ा मौहम्मद सबाहत हसन शाह तशरीफ़ लाये,उनकी ही अध्यक्षता मे इस कार्यक्रम का समापन हुआ।

यह भी पढ़ें 👉  केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में किया प्रतिभाग।

बता दे कि सूफी सिलसिले को मानने वाले मुरीदो(भक्तो)के अलावा सभी धर्मो के लोगो ने इस कार्यक्रम मे शिरकत की।कार्यक्रम का मकसद सूफी सिलसिले की कड़ी के पीरो मुर्शिद(गुरु)की याद को ताज़ा रखना साथ ही सूफी परम्परा के अनुसार सभी धर्मो के लोगो को एक दूसरे के प्रति प्रेम और सद्भावना का संदेश देना था।

कार्यक्रम की शुरुआत सुबह कुरान की तिलाबत (पढ़ाई)के साथ हुई उसके बाद कुल शरीफ किया गया उसके बाद दुआ हुई ।दुआ शहर काज़ी द्वारा की गयी।जिसमे भारत और सूबे उत्तराखंड की सलामती के लिए दुआ की गयी।इसके साथ ही आपसी भाईचारे को किसी की नज़र न लगे तथा कौमी एकता सदैव बनी रहे खुदा की बारगाह (भगवान के दरबार) मे दुआ की गयी।

यह भी पढ़ें 👉  नगर निगम हरिद्वार भूमि घोटाला प्रकरण की होगी विजिलेंस जांच।

वही कार्यक्रम मे भाग लेने पहुँचे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारणी सदस्य भगीरथ लाल चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सूफिजम को बढ़ावा देने का देश की जनता को संदेश दे रहे है।रामनगर मे सूफी सिलसिले से बावस्ता यह कार्यक्रम पीएम मोदी के नज़रिये को बढ़ावा देता है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड में शहरी स्थानीय निकायों को सशक्त बनाने के लिए सेतु आयोग ने सौंपी मुख्यमंत्री को रिपोर्ट

यह कार्यक्रम रामनगर अंजुमन गुलशने रज़ा खानकाह इनायती, राहती,फ़साहती द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम मे मौजूद रहे।सुहेल खान, ,सूफी जाकिर हुसैन, मौ. आदिल, फईम, अनीस अब्बासी, हसन अब्बासी, सूफी हफिज सैफी, सूफी मौहम्मद रज़ी,सूफी कारी नाजिम हुसैन, लईक अहमद गामा, वसीम लोटस, नसीम खान राजा, शाहनवाज कादरी,शाकिब अब्बासी, मोनू अंसारी, इदरीश अब्बासी, जुल्फिकार कुरेशी सहित बड़ी संख्या मे अकीदमंद मौजूद रहे।