रामनगर। गुजरी 14 अगस्त को पटरानी के जंगल से बरामद नरेश के शव वाले मामले में पुलिस ने शुक्रवार को हत्याकांड का खुलासा कर दिया। मामला दुराचार की कोशिश का निकला, जिसकी वजह से नरेश को अपनी जान गंवानी पड़ी। पुलिस ने इस मामले में हत्यारोपी पति पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार को पटरानी जंगल में नरेश पुत्र विजेन्द्र सिंह निवासी कटारमल रसूलाबाद थाना अफजलगढ़ जिला बिजनौर का शव मिला था। शिनाख्त शव के पास ही नरेश की मिली मोटर साइकिल के नंबर से हुई थी। मामले में मृतक के चचेरे भाई राजकुमार ने मृतक की पत्नी रेखा, श्वसुर बहादुर सिंह, सास जस्सो देवी व साले शेर बहादुर, पप्पू, अर्जुन निवासीगण ढेला के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया था। जबकि पुलिस जांच में वह दोषी दिखाई नहीं दे रहे थे। जिसके बाद पुलिस के राडार पर मृतक की सास जस्सो देवी की बहन बसन्ती देवी व उसका पति गोपाल सिंह निवासी कुम्भगडार खत्ता पटरानी आए तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की तो शुरू में वह पुलिस को गुमराह करते रहे। लेकिन बाद में सख्ती से हुई पूछताछ में उन्होंने नरेश की हत्या कर उसके शव को कारगिल जंगल में फेंकने की बात स्वीकार कर ली।
नरेश की हत्या के पीछे की वजह की बाबत पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर बसन्ती देवी ने बताया कि अपने पहले पति राजेन्द्र थापा की मौत के बाद उसने गोपाल सिंह से दूसरी शादी कर गोपाल के साथ कुम्भगडार में रहने लगी थी। नरेश उसकी बहन जस्सो देवी पत्नी रण बहादुर निवासी ढेला रामनगर की लड़की रेखा का पहला पति था। रेखा ने भी दो साल पहले नरेश को छोड़कर बाजपुर में किसी से दूसरी शादी कर ली थी। रेखा से अलग होने के बाद भी नरेश पुरानी रिश्तेदारी के नाते कभी कभार ढेला व पटरानी आता रहता था। घटना वाले दिन भी नरेश कच्ची शराब लेकर गोपाल सिंह के घर कुम्भगडार आया था। उसने बताया कि हम तीनों ने साथ मे शराब पी। शराब पीने के बाद गोपाल सिंह वापस खेत में काम करने चला गया,तो मुझे अकेला देखकर नरेश ने बदनीयती से मुझे पकड़ लिया। मैंने उसे धक्का दिया तो वह जमीन पर गिर गया। शोर शराबा सुनने पर घर के पीछे खेत में काम कर रहा गोपाल भी वापिस आ गया। हम दोनों ने दुपट्टे से नरेश का गला घोंट दिया। लेकिन नरेश की सांस चलते देख गोपाल ने गुस्से में उसका गला दबाकर नरेश का खात्मा कर दिया। बाद में नरेश की मोटर साइकिल पर उसे बीच में बिठाकर हम दोनो नरेश की लाश को जंगल के रास्ते से कारगिल की तरफ ले जाकर एक कच्चे रास्ते पर रखकर उसकी मोटर साइकिल भी वहीं खड़ी कर दी। जिससे लोगों को लगे कि कोई बाइक सवार शराब पीकर लेटा है।
पुलिस ने हत्यारोपियों के खुलासे के बाद गिरफ्तार कर उन्हें न्यायालय में पेश किया। जहां से न्यायालय के निर्देश पर दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में हल्द्वानी कारागार भेज दिया गया। पुलिस के इस खुलासे पर एसएसपी नैनीताल ने घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम कोतवाल अरूण कुमार सैनी, एसआई अनीस अहमद, कश्मीर सिंह, नन्दन सिंह, सुभाष चौधरी, जयवीर सिंह, अशोक कम्बोज, गगन भण्डारी, हेमन्त सिंह, राजेश कुमार, निर्मला चौधरी, अनिल गिरी को पांच हजार रुपए इनाम की घोषणा की है।
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