उत्तर प्रदेश- समाजवादी पार्टी के संरक्षक व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का सोमवार को लंबी बीमारी के बाद गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया।मुलायम सिंह में निधन से सपा को बड़ी क्षति पहुँची है मुलायम सिंह की गिनती देश के दिग्गज नेताओं में की जाती थी।मुलायम सिंह के निधन से प्रशंसको समर्थकों में शोक की लहर है।
82 साल के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह ने आज सुबह 8:15 बजे अंतिम सांस ली।मुलायम सिंह यादव को यूरिन संक्रमण, ब्लड प्रेशर की समस्या और सांस लेने में तकलीफ के चलते कुछ दिन पहले मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी तबीयत लगातार नाजुक बनी हुई थी। अस्पताल में मुलायम सिंह की निगरानी खुद मेदांता समूह के निदेशक डॉ. नरेश त्रेहन कर रहे थे। हालांकि हालत बिगड़ने के बाद उनका जीवन नहीं बचाया जा सका।
जब से मुलायम सिंह यादव अस्पताल में भर्ती हुए थे तब से लगातार उनके समर्थक और प्रशंसक उनकी बेहतर सेहत के लिए पूजा-प्रार्थना कर रहे थे।मुलायम सिंह यादव की मृत्यु की सूचना के बाद समाजवादी पार्टी में शोक की लहर छा गई है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव जी एक विलक्षण व्यक्तित्व के धनी थे. उन्हें एक विनम्र और जमीन से जुड़े नेता के रूप में व्यापक रूप से सराहा गया, जो लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील थे. उन्होंने लगन से लोगों की सेवा की और लोकनायक जेपी और डॉ. लोहिया के आदर्शों को लोकप्रिय बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।फिलहाल नेता जी के नाम से पहचान रखने वाले सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की मृत्यु पर देश के प्रमुख नेताओं ने शोक व्यक्त कर इसे बड़ी क्षति बताया है।
गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी के संस्थापक थे।वह तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व केंद्र सरकार में वह रक्षा मंत्री रह चुके हैं।
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