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पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा आईएमपीसीएल के निजीकरण पर रोक लगाने की मांग को लेकर निकाली गई पदयात्रा आंदोलन का किया समर्थन।

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रामनगर।ठेका मजदूर कल्याण समिति ने कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा आईएमपीसीएल के निजीकरण पर रोक लगाने की मांग को लेकर निकाली गई पदयात्रा आंदोलन का समर्थन किया तथा उन्हें समर्थन पत्र सौंप कर उनसे सभी ठेका मजदूरों को नियमित नियुक्ति दिए जाने तथा पीएफ कार्यालय में ठेका मजदूरों के बकाया एक करोड़ 12 लाख रुपए के भुगतान की मांग को भी मांग पत्र में शामिल करने का निवेदन किया।

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दरअसल पदयात्रा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत स्कूटी में सवार होकर रामनगर तहसील पहुंचे थे।जहां पर ठेका मजदूर कल्याण समिति द्वारा उन्हें समर्थन पत्र सौंपा गया।समिति ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से अनुरोध किया कि उक्त मांगों को विधानसभा एवं लोकसभा में कांग्रेस द्वारा उठाकर इन्हें मुद्दा बनाया जाए।

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समिति ने उन्हें आईएमपीसीएल का विनिवेश रोकने की मांग को लेकर वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री मोदी व उत्तराखंड के 6 सांसदों को लिखे गए पत्र की प्रतियां भी उपलब्ध कराई।

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ठेका मजदूर कल्याण समिति आईएमपीसीएल मोहान के बैनर तले पदयात्रा कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष किशन शर्मा, भूपेंद्र कुमार, मनोज कुमार, नवीन अधिकारी, नंदन रावत, मंजू भट्ट, दीपा जोशी, ख्याली राम, पितांबर लाल, शेखर चंद्र, गिरीश पंत, प्रकाश पांडे, हरीश गिरी, सुरेंद्र राम, दीपक गिरी के साथ सैकड़ो मजदूरों ने भागीदारी की।