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भाजपा के नगर उपाध्यक्ष ने दलित विरोधी नीतियों का हवाला देते हुए छोड़ी पार्टी।

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रामनगर-भारतीय जनता पार्टी के नगर उपाध्यक्ष व पूर्व सभासद अश्वनी सिद्धार्थ ने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया और उन्होंने अपना इस्तीफा भाजपा नगर अध्यक्ष जिलाध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष को भेज दिया हैं।

उन्होंने बताया कि वह 13 वर्षों तक कार्यकर्ता बनकर अनुसूचित मोर्चें और नगर मंडल में रहे हैं।उन्होंने कहा कि भाजपा दलित विरोधी हैं और भाजपा की दलित विरोधी नीतियों से खिन्न होकर उन्होंने भाजपा छोड़ दी है।कहा कि भाजपा की केन्द्र व राज्य सरकार में आने के बाद दलितों और पिछड़ों पर बहुत ज्यादा अत्याचार हुआ है।

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उन्होंने कहा कि गुजरात में दलितों को सरेआम नंगा कर मारा गया, उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना जहाँ वाल्मीकि समाज की मनीशा का स्वर्णों ने ब्लात्कार कर उसकी निर्मम हत्या दी और रात मैं ही उसका जबरन अन्तिम सँस्कार किया गया यहाँ तक कि उसके परिजनों को उसका अन्तिम समय में मुॅह तक देखने नही दिया।कहा कि पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में भाजपा का सुपड़ा साफ हो जाएगा।इसके साथ ही अश्वनी सिद्धार्थ के समर्थन में भाजपा बूथ अध्यक्ष सनी कुमार ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।