पहाड़ टुडे से जुड़ने के लिए नीचे दिए हुए लिंक बटन पर क्लिक करे।पहाड़ टुडे पर विज्ञापन प्रसारित करने के लिए सम्पर्क करे।
रामनगर(उत्तराखंड):कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की ढेला रेंज के अंतर्गत बीते शनिवार 17 फरवरी को ग्रामीण महिला कला देवी को हमला कर मौत के घाट उतारने वाले बाघ को चिन्हित कर उसका रेस्क्यू कर लिया गया है ऐसा दावा कॉर्बेट टाइगर रिजर्व प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।रेस्क्यू किए गए बाघ को ढेला रेस्क्यू सेंटर में भेज दिया गया है।कॉर्बेट प्रशासन ने क्षेत्रवासियों से अपील की है कि वन क्षेत्र में अनावश्यक रुप से प्रवेश न करें।
गौरतलब है कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की ढेला रेंज के अंतर्गत पंजाबपुर गांव निवासी महिला कला देवी (50)वर्षीय जंगल किनारे 17 फरवरी को लकड़ियां बीनने गई थी, कि अचानक उस पर घात लगाए बाघ ने हमला कर दिया और उसे अपने जबड़ों में दबा कर खींचता हुआ लगभग एक किलोमीटर दूर जंगल में ले गया।घटना के बाद कला देवी को खोजने निकली वन विभाग की टीम ने शव को खोज लिया।
घटना के बाद ग्रामीणों के आक्रोश अधिक बढ़ गया।क्योंकि ग्रामीणों के मुताबिक तीन माह में चार महिलाओं को बाघ द्वारा निवाला बनाने की यह चौथी घटना थी।जिसके बाद बाघ को मारने अथवा पकड़ने की मांग जोर पकड़ने लगी कॉर्बेट प्रशासन ने घटना स्थल और आसपास के क्षेत्रों में बाघ को चिन्हित करने के लिए कैमरा ट्रैप लगाए गए और ड्रोन का सहारा लिया गया।रेस्क्यू अभियान को कॉर्बेट के निदेशक अपनी निगरानी और दिशा निर्देशों के साथ आगे बढ़ कर लीड कर रहे थे।
जानकारी के मुताबिक बाघ की मॉनिटरिंग करने के लिए कैमरा ट्रैप,ड्रोन और ढिकाला से दो रेस्क्यू कैम्प हाथियों को बुलाया गया।कॉर्बेट प्रशासन के मुताबिक 20 फरवरी से शुरू हुए रेस्क्यू अभियान को 21 फरवरी की प्रातः तक नरभक्षी बाघ को चिन्हित कर रेस्क्यू टीम द्वारा ट्रेकुलाइज कर दिया गया।बताया जा रहा है कि घटना स्थल के पास से ही इस नर बाघ को ट्रेंकुलाइज किया गया है।बाघ की उम्र 07 से 08 वर्ष बताई जा रही है।बाघ का रेस्क्यू कर उसे ढेला रेस्क्यू सेंटर में भेज दिया गया है।बाघ को कॉर्बेट के वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी की निगरानी में रखा गया है।
बताया जा रहा है कि रेस्क्यू किए बाघ का डी०एन०ए० सैम्पल लिया गया है, जिसे पूर्व में लिये गये सैम्पल से मिलान हेतु कोशिकीय एवं आणविक जीवविज्ञान केन्द्र (CCMB), हैदराबाद भेजा जा रहा है।कॉर्बेट प्रशासन ने क्षेत्र की जनता से अपील की है कि कोई भी वन क्षेत्र में अनावश्यक रुप से प्रवेश न करें। क्षेत्र में अभी भी कैमरा ट्रैप से मौनेटरिंग की जा रही है तथा स्कूली बच्चों को स्कूल लाने व ले जाने के लिए वन कर्मियों की तैनाती अग्रिम आदेशों तक जारी रहेगी। यदि स्थानीय ग्रामवासियों को क्षेत्र में किसी अन्य बाघ की उपस्थिति के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रमाण मिलते हैं तो तत्काल ढेला रेंज ऑफिस अथवा निकटवर्ती वन चौकी में इसकी सूचना अवश्य दें ताकि बाघ की मौनेटरिंग की जा सके।
रेस्क्यू टीमों में वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, डॉ० दुष्यन्त शार्मा, कार्बेट टाइगर रिजर्व तथा वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, डॉ० हिमांशु पागंती, नैनीताल वन प्रभाग के साथ उप वन सरंक्षक आशुतोष सिंह, कार्बेट टाइगर रिजर्व, रामनगर (नैनीताल) उप प्रभागीय वनाधिकारी बिजरानी, अमित ग्वासाकोटी, उप प्रभागीय वनाधिकारी कालागढ़ डॉ० शालनी जोशी, व वनक्षेत्राधिकारी बेला, अजय कुमार ध्यानी व निम्नांकित अन्य वनकर्मी / कर्मचारी सम्मिलित रहे
1.सिद्वार्थ रावत, वन दरोगा
2.अब्दुल सलाम, वन दरोगा
3.होरी लाल, वन दरोगा
4.भारत सिंह, वन दरोगा
5.कु० पुजा तिवाडी, वन दरोगा
6.गोपाल सिंह, वन आरक्षी
7.सुदेश सैनी, वन आरक्षी
8.असलम, वन आरक्षी
9.प्रमोद ड्रिबार्बी, वन आरक्षी
10.गोधन सिंह, वन आरक्षी
11.मोनू कुमार, वन संरक्षक
12.आशीष सैनी, वन आरक्षी
13. कु० मोनिका टम्टा, वन आरक्षी
14.कुलदीप ध्यानी, वन आरक्षी
15.रतिराम, वाहन चालक
16.करन सती, दैनिक श्रमिक
17.कुबेर बंगारी, दैनिक श्रमिक
18.सुन्दर लटवाल, दैनिक श्रमिक
19.कपिल रावत, दैनिक श्रमिक
20.बलवन्त बंगारी, एस०टी०पी०एफ
21.जगदीश चौधरी, एस०टी०पी०एफ
22.हरपाल सिंह व महेश चन्द्र, एस०ओ०जी० यूनिट
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें
👉 हमारे फ़ेसबुक पेज को लाइक/फॉलो करें