उत्तरकाशी।पर्यटकों व पर्वतारोहियों के लिए एक अच्छी खबर है।गंगोत्री नेशनल पार्क पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है।एक अप्रेल से लेकर नवंबर तक पर्यटक गंगोत्री नेशनल पार्क की सैर कर सकेंगे। बीते दो सालों से कोरोना के कारण यहां पर नाममात्र ही सैलानी आ रहे थे।इस बार वन अधिकारियो को उम्मीद है कि बड़ी सख्या में पर्यटक गंगोत्री नेशनल पार्क का दीदार करने आएंगे।पर्यटकों के साथ साथ पर्वतारोहियों की भी बुकिंग आनी शुरू हो गई है।
गंगोत्री नेशनल पार्क के उपनिदेशक आरएन पांडेय और रेंज अधिकारी प्रताप पंवार व राजवीर रावत वन दरोगा की मौजूदगी में गंगोत्री नेशनल पार्क के कनखू बैरियर गेट को ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिया गया है।
इसमें गंगा का उद्गम गौमुख सहित गंगोत्री ग्लेशियर, डोकरानी ग्लेशियर में स्थित शिवलिंग, सतोपंथ जैसे गगनचुम्बी हिमशिखर हैं. पार्क के गेट खुलने से सैलानियों और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े ग्रामीणों में भी उत्साह है।
आपको बता दें कि कोरोना काल को छोड़ कर हर साल बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक और पर्वतारोही गंगोत्री नेशनल पार्क में पहुंचते हैं।इसके साथ स्नो लेपर्ड और भरल जैसी दुर्लभ वन्यजीव प्रजातियों के लिए यह पार्क विश्व विख्यात है। गंगोत्री नेशनल पार्क के अंर्तगत ही विश्व का सबसे खतरनाक मार्ग गड़तांग गली सहित भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटी खूबसूरत नेलांग और जाडुंग घाटिया हैं।पिछले साल यहां पर बहुत कम पर्यटक आए थे, जिससे गंगोत्री नेशनल पार्क की आमदमी भी बहुत कमी हुई थी।पिछले साल गंगोत्री नेशनल पार्क से वन विभाग को 16 लाख रुपए मिले थे।हालांकि इस बार अभी से पर्यटकों की बुकिंग आनी शुरू हो गई है, जिससे इस बार पार्क को अच्छी आमदनी होगी ऐसी उम्मीद जताई जा रही है।
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