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धौलीगंगा नदी का जल स्तर बढ़ने से बज उठे साइरन मची अफरा-तफरी नदी पर बना कलवट बहा।

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रिपोर्ट:सुभाष बडोनी

जोशीमठ।जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है ग्लेशियरों ने भी पिघलना शुरू कर दिया।जिस कारण नदियों का जल स्तर बढ़ने लगा है।अचानक धौलीगंगा नदी का जल स्तर बढ़ने से लोगो मे दहशत के कारण अफरा तफरी मच गई।

मंगलवार को धौला नदी का जल स्तर अचानक बढ़ने से अलर्ट साइरन बजने लगा जिस कारण एनटीपीसी बैराज साइड तपोवन में अफरा तफरी मच गई।धौला नदी का जल स्तर बढ़ने से नदी पर बने कलवट चपेट में आ गया।

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एनटीपीसी की तपोवन विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना की निर्माण कम्पनी ऋत्विक के प्रोजेक्ट मैनेजर राकेश कुमार डिमरी ने बताया कि बैराज साइड पर कार्य करने हेतु धौला नदी पर एक अस्थायी कलवट बनाया गया था जो जलस्तर बढ़ने से बह गया।उन्होंने बताया कि गर्मी बढ़ने और ग्लेशियर पिघलने से पहले मार्च माह में हर वर्ष अस्थाई कलवट को हटा दिया जाता है।

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एनटीपीसी द्वारा जारी की गई सूचना के अनुसार मंगलवार प्रातः सुबह लगभग 6:00बजे ऋषिगंगा व धौलीगंगा का जलस्तर बढ़ते ही परियोजना के अलार्म सिस्टम बजने लगे।बैराज पर जितने भी इंजीनियर और कार्मिक काम कर रहे थे साइरन की आवाज़ सुन कर सभी सुरक्षित स्थानों पर चले गये।बावजूद इसके जलस्तर के बहाव को परिवर्तन करने का कार्य  किया गया जो अभी भी जारी है।