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प्रेमिका के प्रेम मे डसा गया प्रेमी हुई मौत प्रेमिका हत्या कर दूसरे प्रेमी के संग फरार प्रेमिका ने रची थी खतरनाक साजिश

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हल्द्वानी (उत्तराखंड):एक प्रेमी अपनी प्रेमिका के प्रेम मे डसा गया और मौत के गाल मे समा गया।दिखने वाली स्वाभाविक मौत कैसे कत्ल मे तब्दील हो गयी इसका खुलासा हल्द्वानी पुलिस ने मंगलवार को किया।हत्या की साजिश मे पाँच आरोपी मे से एक अभियुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ा है।प्रेमिका सहित चार अभियुक्त फरार है।जिनकी तलाश मे पुलिस जुटी है।

प्रेमिका की प्रगाढ़ साजिश ने किस तरह से अपने प्रेमी को मौत के घाट उतार दिया,इसको जानने के लिए हमे सिलसिलेवार ढंग से समझने की आवश्यकता है।

बीते शनिवार की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि तीनपानी रेलवे क्रॉसिंग के निकट एक नीले रंग की पोलो कार संख्या UK 04Q 1574मे एक व्यक्ति पड़ा है।सूचना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने जाँच पड़ताल शुरु की देखा कार का इंजन स्टार्ट था।कार को कब्जे मे लेते हुए अचेत पड़े व्यक्ति की शिनाख्त व्यवसायी अंकित चौहान पुत्र धर्मपाल चौहान निवासी रामबाग कॉलोनी मकान नम्बर बी-11 रामपुर रोड हल्द्वानी के रूप मे हुई,जो कार की पिछ्ली सीट पर अचेत अवस्था मे पढ़ा था। अंकित को पुलिस जिला अस्पताल ले गयी,जहाँ डॉक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया।अंकित के शरीर पर किसी भी प्रकार के किसी चोट के निशा न नही मिले थे इसलिए पुलिस अंकित की मौत प्रथम दृष्टिया कार की एसी से निकलने वाली कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस को वजह मान कर चल रही थी।परन्तु अंकित की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे उसकी मौत दोनो पेरो पर सर्पदंश के कारण हुई सामने आयी।

वही 17 जुलाई को अंकित की बहन ईशा चौहान ने हत्या की रिपोर्ट कोतवाली हल्द्वानी मे दर्ज करायी।पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए विवेचना प्रभारी निरीक्षक हरेंद्र चौधरी को सौप दी गयी।जाँच के दौरान पाया कि मृतक के दोनो पैरो पर पीछे की तरफ साँप के काटने के निशान मौजूद थे।जिसके बाद पुलिस की शक की सूई घूम गयी,और एसएसपी पंकज भट्ट ने अपने अधीनास्तो की टीम बुलाकर गहनता से चर्चा की और सामने आये अंकित की मौत के विभिन्न पहलुओ पर जाँच करने के निर्देश दिये।

जिसके बाद सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन,मोबाईल सर्विलांस सेल डाटा डम्प करने और मृतक की सम्पूर्ण जानकारी हेतू और पतारसी ,सुरागरसी के लिए चार पुलिस टीमो का गठन किया गया।हत्या की बात तब और पुख्ता हो गई, जब पुलिस ने तीनपानी में लगे सीसीटीवी में अंकित की कार के पास एक और कार को खड़ा देखा।अंकित के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली गई तो बरेली रोड गोरापड़ाव में रहने वाली माही का नाम सामने आया।माही की कॉल डिटेल से भोजीपुरा बरेली के रहने वाले सपेरे रमेश नाथ और हल्दूचौड़ के रहने वाले दीप कांडपाल का नंबर सामने आया। सपेरे का नाम सामने आते ही दूध का दूध पानी का पानी हो गया।पुलिस ने सपेरे रमेश नाथ को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और हत्या की सारी कहानी स्टेप बाई स्टेप सुना डाली ।

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रमेश नाथ ने बताया कि हल्द्वानी के मानपुर क्षेत्र मे रहता है।वह साँप पकड़ने और मांगने खाने का काम करता है।लगभग 7-8माह पूर्व हल्द्वानी के एक व्यक्ति ने उसे माही से यह कह कर मिलवाया था कि इसे कालसर्प दोष है अर्थात पूजा करनी है।जिसके बाद माही के घर उसका आना जाना हो गया।वह अक्सर माही के घर जाता रहता था।माही और उसमे घनी मित्रता हो गयी।माही के घर पर अक्सर अंकित चौहान,दीप कांडपाल, नौकर राम अवतार और रामअवतार की पत्नी रहते थे।लगभग 20-25 दिन पहले हम सभी लोग माही के घर में थे तो माही एँव दीप काण्डपाल ने मुझसे कहा कि अंकित चौहान ने माही का जीना हराम कर दिया है वह कभी भी माही के घर पर आ जाता है और शराब पीकर इसके साथ काफी मारपीट करता है । दीप ने कहा कि माही अब मुझसे प्यार करती है।

परन्तु अंकित चौहान माही का पीछा नही छोड़ रहा है, अब इसको निपटाना ही पड़ेगा।इन्होने मुझसे कहा कि अगर हम इसे ऐसे मारते हैं तो पुलिस हम पर शक करेगी इसलिए तुम एक जहरीला साँप पकड़कर ले आना हम अंकित चौहान को किसी बहाने से माही के घर बुलाकर उसे नींद की गोलियाँ देकर बेहोश कर देंगे और तुम साँप से उसे कटवा देना जिससे उसकी मृत्यु सामान्य सर्पदंश की घटना लगेगी इस काम के हम तुम्हें दस हजार रूपये भी देंगें ।

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इसके अलावा माही तथा दीप काण्डपाल ने माही की नौकरानी तथा उसके पति रामऔतार को भी दस-दस हजार रूपये देने की बात कही थी। मैं इन सबकी बात सुनकर हत्या की साजिश में शामिल हो गया और फिर मैंने 15-20 दिन पहले जंगल से एक जहरीला नाग पकड़ कर अपने पास रख लिया और यह बात माही एंव उसके साथियों को बता दी तो उन्होंने कहा तुम साँप अपने पास रखे रहो जैसे ही हमें मौका मिलेगा हम अंकित को घर बुला लेंगे। 

फिर 8 जुलाई  को माही ने मुझे अपने घर पर साँप लेकर बुलाया और कहा कि आज अंकित का जन्मदिन है वह यहाँ आयेगा तुम घर में ही छुप जाओ मौका देखकर मैं तुम्हें बुला लूँगी। उस दिन अंकित चौहान घर पर आया और रामऔतार तथा उसकी बीवी भी माही के घर पर आ गये फिर ये सब लोग खाना पीना खाकर शराब पीकर रात भर नाचते रहे जब काफी देर तक अंकित चौहान सोया नही तो माही ने मुझसे कहा कि आज मौका नही है मैं किसी और दिन का प्लान करती हूँ। 

फिर 14 जुलाई को दिन में माही ने मुझे फिर से साँप लेकर अपने घर पर बुला लिया और माही के घर पर माही के साथ दीप काण्डपाल, रामअवतार एंव उसकी पत्नी भी मौजूद थी । फिर माही ने सबको समझाया कि तुम सब लोग अन्दर मन्दिर वाले कमरे में छुप जाओ जब अंकित चौहान घर पर आयेगा तो मैं उसे आज नींद की गोलियाँ बहाने से पिला दूँगी फिर तुम्हें बुला लुँगी । रात लगभग 08 बजे माही ने दीप कान्डपाल, रामअवतार और उसकी बीवी को बुलाया और फिर कुछ देर बाद मुझे भी आवाज देकर बुलाया मैं अपने साथ एक टोकरी में नाग लेकर जब माही के कमरे में पहुँचा तो मैंने देखा कि इन चारों ने कम्बल डालकर अंकित को बेड पर पेट के बल लिटा रखा था और सब लोग अंकित को दबाये हुए थे फिर इन्होंने मुझसे कहा कि इसके पैरों में साँप से डसवा दो फिर इनके कहने पर मैंने योजना के अनुसार अंकित के पैर पर साँप से डसवाया जब कुछ देर तक भी अंकित के शरीर में हरकत होती रही तो इन्होंने कहा कि शायद जहर का असर नही हुआ है फिर मैंने दोबारा अंकित के पैर में साँप से डसवाया और ये लोग अंकित के मरने तक उसको दबाये रहे। फिर कुछ देर बाद जब अंकित मर गया तो उसके शव को उसकी कार में रखकर पहले उसे भुजियाघाट से नीचे खाई में फैंकने के लिए लेकर गये थे लेकिन सम्भव ना होने पर उसके शव को उसकी कार में ही गौला बाईपास रोड पर तीनपानी के पास छोड़कर भाग गये थे। माही ने पहले से ही दिल्ली से टैक्सी कार मँगा रखी थी जिससे हम सभी लोग हल्द्वानी से भाग गये। भागते समय रास्ते में जंगल में मेरे द्वारा साँप को छोड़ दिया गया था। माही ने रास्ते में मुझे हत्या में सहयोग करने के लिए शर्तानुसार दस हजार रूपये दिये थे फिर मैं अपने गाँव जाकर हल्द्वानी आया ही था कि पुलिस ने पकड़ लिया।

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बता दे कि एसएसपी पंकज भट्ट नेबहुउद्देशीय भवन में मामले का खुलासा किया।बताया कि माही उर्फ डौली आर्या पुत्री श्री इन्द्रलाल निवासी शान्तिविहार कालौनी गौरापड़ाव हल्द्वानी नैनीताल,

दीप काण्डपाल निवासी हल्दूचौड़ थाना लालकुँआ जनपद नैनीताल, रामऔतार पुत्र लालाराम निवासी गाँव हैदरगंज पीलीभीत उ0प्र0।श्रीमती ऊषा देवी पत्नी रामऔतार निवासी उपरोक्त चारो अभियुक्त फरार हैं जिन्हे पकड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं।

पुलिस टीम

  1. श्री हरेन्द्र चौधरी प्रभारी निरीक्षक कोतवाली हल्द्वानी
  2. व0उ0नि0 विजय मेहता कोतवाली हल्द्वानी
  3. व0उ0नि0 महेन्द्र प्रसाद कोतवाली हल्द्वानी
  4. श्री नन्दन सिंह रावत थानाध्यक्ष कालाढूंगी
  5. श्री नीरज भाकुनी थानाध्यक्ष वनभूलपूरा।
  6. श्री प्रमोद पाठक थानाध्यक्ष काठगोदाम।

7- उ0नि0 जगदीप सिंह नेगी चौकी प्रभारी मंगल पड़ाव ।

8- उ0नि गुलाब सिंह चौकी प्रभारी मण्डी।

9- उ0नि0 दिनेश चन्द्र जोशी चौकी प्रभारी राजपुरा।

10- एएसआई लखविन्दर सिंह ।

11- हे0का0 इसरार नबी, सीसीटीवी।

12- कानि0 02 अरुण राठौर चौकी मण्डी।

13- कानि0 वंशीधर जोशी कोतवाली हल्द्वानी।

14- कानि0 प्रदीप सिंह कोतवाली हल्द्वानी।

15- कानि0 घनश्याम रौतेला कोतवाली हल्द्वानी

16- कानि0 भगवान सैलाल कोतवाली हल्द्वानी।

एसओजी टीम –

18- श्री राजवीर सिंह नेगी प्रभारी एसओजी।

19- हे0का0 त्रिलोक रौतेला।

20- कानि0 अनिल गिरी।

21- कानि0 भानुप्रताप।

22- कानि0 अशोक रावत।