रामनगर(उत्तराखंड):शनिवार की सुबह रामनगर वन विभाग की कोसी रेंज के अंतर्गत ग्राम ढिकुली के समीप स्थित लदुवा क्षेत्र में एक ग्रामीण के खेत में टाइगर दिखने के बाद ग्रामीणों में हड़कंप मच गया।सूचना पाकर पहुंची वन विभाग की टीम ने कोशिश कर बाघ को कोसी की ओर जंगल में तो भगा दिया परंतु बाघ वापस आने का खतरा बना हुआ है।
जानकारी के मुताबिक शनिवार की सुबह साढ़े छ:बजे ग्राम लदुआ में एक खेत में बाघ आ गया।बाघ की मौजूदगी की आहट ग्रामीणों को भी लग गई।जिसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचित किया तुरन्त ही रामनगर वन प्रभाग की एसडीओ पूनम कैंथोला एवं कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।बता दे कि रामनगर का ढिकुली गांव और लदुआ दोनो क्षेत्र कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और रामनगर वन प्रभाग की सीमाओं के मध्य स्थित है इसके दोनो ओर जंगल का इलाका है।बावजूद इसके मौके पर पहुंचे वन कर्मियों द्वारा इस क्षेत्र में पैदल एवं दो हाथियों की मदद से कांबिंग अभियान भी चलाया गया परन्तु बाघ नजर नही आया। कांबिंग के दौरान ही खेत में से बाघ की दहाड़ ने सबको हिलाकर रख दिया।ग्रामीण बुरी तरह घबरा गए।बाघ की दहाड़ के बाद वन विभाग ने हवाई फायरिंग की जिससे बाघ कोसी नदी की ओर स्थित जंगल में भाग गया।
स्थानीय ग्रामीण जगदीश छिमवाल ने बताया की कुछ लोगो ने अपने पालतू पशु गांव वह सड़को पर आवारा छोड़ दिए है जिनके आसान शिकार के लिए बाघ आबादी की ओर आ रहा है।जिस कारण ग्रामीणों पर बाघ का खतरा मंडराने लगा है उन्होंने प्रशासन और संबंधित विभाग से गुहार लगाई है कि बाघ के साथ साथ इन आवारा पशुओं से भी निजात दिलाई जाए।
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एसडीओ पूनम कैंथोल ने बताया कि इस क्षेत्र में वन कर्मियों की गस्त शुरू कर दी गई है तथा कैमरा ट्रैप लगाने की कार्रवाई की जा रही है।उन्होंने ग्रामीणों से भी सावधान और सतर्क रहने की अपील की है।उन्होंने कहा कि बाघ की हर हरकत पर वन विभाग द्वारा निगरानी रखी जाएगी जिसके लिए वनकर्मियों की टीम इलाके में गश्त करेगी। ताकि बाघ किसी को नुकसान ना पहुंचा सके।
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