देहरादून-शिक्षा सचिव द्वारा 27 प्रधानाचार्यो की पदोन्नति और तैनाती का रास्ता साफ हो गया है।गुरुवार को इनकी तैनाती के आदेश जारी कर दिए गये हैं।इनमे से 11 को सुगम और 16 को दुर्गम में तैनाती के आदेश जारी किये गये हैं।
बता दे कि 27 प्रधानाचार्यो की पदोन्नति और तैनाती का इन्तज़ार खत्म हो गया है।उत्तराखण्ड शिक्षा सचिव ने गुरुवार को आदेश जारी कर दिए गये है।इनमे से 11 को सुगम और 16 को दुर्गम स्थानों पर तैनाती की गयी है।ऐसे में किसी को भी नई तैनाती पर जाने के लिए आनाकानी करने वाले प्रधानाचार्य को भारी पड़ सकता है।जिस कारण उन्हें पदोन्नति से भी हाथ धोना पड़ सकता है।इसके साथ ही मूल पदों पर दुर्गम और अति दुर्गम स्थानों पर तैनाती की जा सकती है।
बता दे कि पदोन्नति से पहले हाईस्कूल प्रधानाध्यापकों को प्रभारी प्रधानाचार्य राजकीय इण्टरकॉलेज भेजा गया था।जुलाई माह में हुई विभागीय चयन समिति की बैठक में प्रधानाध्यापकों को प्रधानाचार्य की पदोन्नति पर मुहर लगी थी।जिसके बाद पदोन्नत हुए प्रधानाध्यापकों को पदोन्नति और तैनाती के लिए चार माह का इंतज़ार करना पड़ा।अब जबकि इनकी पदोन्नति और तैनाती हो चुकी है,तो इन्हें 15 दिनों के भीतर नयी तैनाती पर कार्यभार सम्भालने के आदेश दिये गये हैं।पदोन्नत प्रधानाचार्यो में 16 महिलाये है जिन्हें राजकीय बालिका इंटर कॉलेजों की जिम्मेदारी सौपी गयी है।इनकी परिवीक्षा अवधि दो वर्ष होगी।जबकि कुल पदोन्नत में से सात प्रधानाचार्यों को निर्धारित अनिवार्य न्यूनतम दुर्गम सेवा अवधि दो वर्ष छह माह पूरी होने से पहले स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। शासनादेश में इसका उल्लेख किया गया है।
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