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कोविड का खतरा अभी टला नही एक ओर वायरस ने चिंता बढ़ा दी अब तक एक दर्जन से अधिक देशों में फैल चुका है यह वायरस,पढ़े

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नई दिल्ली।कोरोना वायरस से अभी पूरी तरह से निपटे नही है,एक और मंकीपॉक्स नाम के वायरस ने चिंता बड़ा दी है।अब तक यह वायरस 15 देशों में पहुँच गया है।बेल्जियम और ब्रिटेन ने मंकी पॉक्स के मरीज़ों के लिए क्वारन्टीन की समय सीमा भी तय कर दी है।तो वही भारत के मुम्बई शहर में संदिग्ध मरीजो के लिए 28 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।


जानकारी के अनुसार मंकीपॉक्स(monkeypox)नामक वायरस पिछले 15 दिनों में 15 देशों तक पहुँच चुका है।अमेरिका,कनाडा ब्रिटेन, इटली, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन और यूरोप के कई देशों में इस बीमारी के मामले सामने आ चुके है।11 देशों में अब तक 80 मामले सामने आ चुके है।बेल्जियम दुनिया में ऐसा पहला देश बन गया है, जहां मंकीपॉक्स से पीड़ित लोगों को तीन सप्ताह के लिए क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने वाले लोगों को तुरंत अस्पताल जाना चाहिए। बेल्जियम में अभी तक मंकीपॉक्स के चार मामले दर्ज किए हैं, सभी एक त्योहार से संबंधित हैं, जो इस महीने की शुरुआत में एंटवर्प शहर में हुआ था। इसके अलावा ब्रिटेन ने मंकी पॉक्स के मरीजों के लिए 21 दिन का क्वारैंटाइन जरूरी कर दिया है। डब्लूएचओ ने कहा है कि किसी देश में इस बीमारी का एक भी मामला खतरे की घंटी होगा। भारत में मंकीपॉक्स का कोई केस अभी तक सामने नहीं आया है। 

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मंकीपॉक्स क्या है:मंकीपॉक्स मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है। यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में होता है और कभी-कभी अन्य क्षेत्रों में पहुंच जाता है।मंकीपॉक्स वायरस एक डबल-स्ट्रैंडेड डीएनए वायरस है जो पॉक्स विरिडे परिवार के ऑर्थो पॉक्स वायरस जीनस से संबंधित है। मंकीपॉक्स एक जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाला वायरस है, जिसमें स्मॉल पॉक्स जैसे लक्षणों होते हैं। हालांकि यह इलाज की दृष्टि से कम गंभीर है। 1980 में चेचक के उन्मूलन और बाद में स्मॉल पॉक्स के टीकाकरण की समाप्ति के साथ मंकीपॉक्स सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए बेहद गंभीर समस्या बनकर उभरा है।

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मंकीपॉक्स के लक्षण:विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, मंकीपॉक्स आमतौर पर बुखार, दाने और गांठ के जरिये उभरता है और इससे कई प्रकार की चिकित्सा जटिलताएं पैदा हो सकती हैं। रोग के लक्षण आमतौर पर दो से चार सप्ताह तक दिखते हैं, जो अपने आप दूर होते चले जाते हैं। मामले गंभीर भी हो सकते हैं।

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मंकीपॉक्स वायरस कैसे फैलता है:मंकीपॉक्स किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क के आने से होता है।इसके अलावा इस रोग के संक्रमित व्यक्ति द्वारा छू गयी वस्तु को छूने से मनुष्यो में फैलता है।यह चूहों ,गिलहरियों जैसे जानवरो से भी फैलता हैं।इसके साथ ही यह रोग संक्रमित व्यक्ति के बिस्तर ,साँस व यौन सम्बन्धो के द्वारा भी फैल सकता है।

बावजूद इसके इस बीमारी का प्रकोप बहुत अधिक अभी नही है।लेकिन कुछ देशों में इस वायरस से संक्रमित मरीजो के केस आने से लोगो मे चिंता बढ़ने लगी है।भारत मे अभी तक इस वायरस का कोई केस दर्ज नही हुआ इसलिए यहाँ चिंता की कोई बात नही है।सुरक्षा के दृष्टि से स्वास्थ विभाग द्वारा अलर्ट जारी किया है।