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जनता से ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस की सँयुक्त टीम ने किया गिरफ्तार ठगी करने का था यह तरीका…।

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देहरादून:मुद्रा फाइनेंस अधिकारों बन कर लोगो लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस की सँयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है।तीनो ठगों को देहरादून जनपद से गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार ठगों की फोटो।


गौरतलब है कि जनता की गाड़ी कमाई को हड़पने के लिए ठगों का जाल पूरे भारत मे फैला हुआ है।यह लोग नये नये तरीके से जनता को चूना लगा कर उनका रुपया ठग लेते है।इन ठगों द्वारा विभिन्न आँनलाईन सर्च इंजन पर बैंक विभिन्न कम्पनियो के कस्टमर केयर नाम से फर्जी मोबाइल नम्बर प्रसारित कर आम जनता से ई-मेल व दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क कर ऑनलाईन लोन, सामान बेचने, शिकायतो के निस्तारण आदि के नाम पर करोडो रुपये की धोखाधडी की जा रही है ।

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मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ ,साइबर क्राइम व सहसपुर पुलिस की टीमो ने सँयुक्त कार्यवाही करते हुए तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है।पकड़े गये ठगों “1-विशाल कश्यम पुत्र बाबूराम निवासी संगम विहार कॉलोनी गांधी ग्राम थाना बसन्त विहार देहरादून  2- जितेन्द्र वर्मा पुत्र चुन्नीलाल निवासी उपरोक्त 3- राजीव शर्मा पुत्र सुभाष शर्मा निवासी जी0एम0 एस रोड काली मन्दिर एन्क्लेव थाना बसन्त विहार देहरादून”से पूछताछ करने पर पुलिस को पता चला कि यह गिरोह फर्जी आईडी पर सिम कार्ड लेकर पूरे भारतवर्ष में जरुरतमंदो को कम ब्याज पर लोन दिलाने का लालच देकर विभिन्न शुल्क, प्रोसेसिंग फीस आदि के एवज में धनराशि विभिन्न खातो में मंगाकर धोखाधड़ी करते है । 

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इस प्रकार से करते थे धोखाधड़ी:अभियुक्तगण आम जनता से ठगी करने के लिए विभिन्न कम्पनियों,बैंक आदि के फर्जी कस्टमर केयर नम्बर को गूगल प्लेटफार्म पर प्रसारित करके आम जनता को झांसे में लेकर विभिन्न कम्पनियों,बैंक के कस्टमर केयर अधिकारी या कर्मचारी बनकर समस्या के समाधान के लिए लिंक भेजकर एक एप डाउनलोड कराकर बैंक और एटीएम डिटेल प्राप्त कर लेते थे।

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इनके द्वारा विभिन्न प्रकार की प्रोसेसिंग शुल्क, बैंक शुल्क आदि का झांसा देकर जरुरतमंदो से पैसे लिये जाते थे ।एक व्यक्ति जरूरतमंद लोगों को फोन कर बात करता था। दूसरा शख्स व्हाट्सएप मैसेज भेजता था। तीसरे व्यक्ति जनता से खाते में पैसे लेने के लिए 500 रुपये कमीशन के साथ अपने खाते में पैसा जमा करवाता था।इस प्रकार से जनता के पैसा ऑनलाइन ठगा जाता था।बावजूद इसके गिरफ्तार युवकों से पुलिस पूछताछ कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है।