उत्तराखंडकुमाऊंदुर्घटनानैनीताल

बाघ ने फिर एक महिला को बना डाला निवाला ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति रोष बाघ को पकड़ने की मांग नही तो आंदोलन की चेतावनी

ख़बर शेयर करें

पहाड़ टुडे से जुड़ने के लिए नीचे दिए हुए लिंक बटन पर क्लिक करे।

रामनगर(उत्तराखंड):बुधवार की शाम को जंगल में महिलाओं के साथ लकड़ियां बीनने गई महिला को बाघ ने अपना निवाला बना डाला।घटना कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत ढेला रेंज की है।सूचना मिलने पर पहुंची वनविभाग की टीम ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जंगल में तलाश शुरू की,काफी खोजबीन के बाद महिला का क्षत विक्षत शव ढेला रेंज के बेलघट्टी क्षेत्र में कालू सिद्ध मजार के पास बरामद हुआ।

जानकारी के मुताबिक बुधवार की शाम लगभग तीन बजे रामनगर ढेला मार्ग पर स्थित पटरानी गांव की तीन महिलाएं पटरानी क्षेत्र अंतर्गत कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेस्क्यू सेंटर के निकट रामनगर–ढेला मार्ग पर लकड़ी बिनने गई थी। जिसमें से एक महिला अनीता पत्नी रमेश राम (30 वर्ष) लकड़ी बीनने जंगल में दूर निकल गई। काफी देर तक अनीता के वापस न लौटने पर साथ की महिलाओं ने ग्रामीणों को सूचित किया। जिसके बाद ग्रामीणों की सूचना पर वनकर्मियों की टीम मौके पर पहुंची। 

यह भी पढ़ें 👉  मुख्य सचिव ने रोडवेज को प्राप्त 30 नई बसों के शीघ्र संचालन के निर्देश

वन कर्मियों की टीम ने लापता महिला जंगल में तलाश शुरू की लापता महिला का क्षत विक्षत शव देर शाम को ढेला रेंज के बेलघट्टी क्षेत्र में कालू सिद्ध मजार के पास बरामद किया गया। जिसके बाद महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए रामनगर संयुक्त चिकित्सालय लाया जा रहा है। मृतिका के चार बच्चे बताए जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  यात्रा और पर्यटन बना महिला समूहों की आर्थिकी का आधार

वही इस घटना के बाद ग्रामीणों में रोष पनप गया। वन्य जीवों का आतंक झेल रहे ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि विभाग ग्रामीणों को बाघों से सुरक्षा देने में विफल साबित हो रहा है। 

दूसरी ओर पटरानी (कारगिल) में बाघ द्वारा महिला को मारे जाने पर किसान संघर्ष समिति के संयोजक ललित उप्रेती ने इसे दुखद घटना बताते हुए कहा है कि इस घटना की पूर्ण जिम्मेदारी वन विभाग की है। उस इलाके में आदमखोर बाघ होने के बाद भी उसे पकड़ने की कोशिश नहीं की गई। जिससे आज उसने इस दूसरी घटना को अंजाम दिया है। यह आदमखोर बाघ वही है जिसे कुछ दिन पहले पूजा देवी को हाथीडगर मे मारा था। अगर इसे तुरंत नहीं पकड़ा गया तो वन विभाग के खिलाफ बड़ा आंदोलन होगा ।