राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन व महिला एकता मंच के बैनर तले सैकड़ो महिलाओं ने जुलूस निकालकर विभिन्न संचार माध्यमों व सोशल मीडिया के माध्यम से परोसी जा रही अश्लील व पोर्न फिल्मों पर रोक लगाए जाने, लैंगिक समानता को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाए जाने तथा न्यायपालिका, कार्यपालिका विधायिका व सुरक्षा बलों को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाये जाने तथा महिलाओं को वास्तविक सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक बराबरी दिए जाने की मांग की।
सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार बलात्कार के अपराधियों को संरक्षण दे रही है। बलात्कार की सजा काट रहे राम रहीम को बार-बार जेल से पैरोल पर छोड़ा जा रहा है। सल्ट व लालकुआं की घटनाओं में भी भाजपा नेता आरोपी पाए गए हैं।
महिला एकता मंच की संयोजक ललिता रावत ने कहा कि आज देश के हर गांव, गली, मोहल्ले व शहर में महिलाओं को जागरुक होकर सड़कों पर आने की जरूरत है, जब सरकारी एजेंसियां महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हो रही हैं तो अब हम महिलाओं को स्वयं ही आगे आकर अपनी सुरक्षा करनी पड़ेगी।
कार्यक्रम में गीता, सरस्वती जोशी,तुलसी छिंबाल, ग्राम प्रधान गंगा गोस्वामी, माया नेगी, कौशल्या चुनियाल, जशोदा, चंपा, मुन्नी, विमला, रश्मि, रेखा, हेमा,नीता आर्य, मोहनी देवी, मंजू दीपा रावत, गिरीश चंद्र , मुकेश जोशी, किशन शर्मा व पूजा शर्मा समेत सैकड़ों महिलाएं शामिल रहीं।
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