उत्तराखंडकुमाऊंदुर्घटनानैनीताल

जंगल से लकड़ियाँ लेने गई महिला को टाइगर ने बनाया निवाला,कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के सर्पदुली रेंज की घटना।

ख़बर शेयर करें

रामनगर।जंगल से लकड़ियां लेने गई महिला को बाघ ने हमला कर उसे अपना निवाला बना डाला।घटना कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सर्पदुली रेंज की है।इस घटना के बाद ढिकुली गांव में बाघ की दहशत व्याप्त है।वहीं कॉर्बेट प्रशासन ने घटना के बाद जंगल में न जाने की ग्रामीणों से अपील की है।क्षेत्र में बाघ की निगरानी को लेकर गश्त बढ़ा दी गई है और कैमरा ट्रैप भी लगाए जा रहें हैं।


कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सीमा से सटे ग्राम ढिकुली निवासी कौशल्या देवी(उम्र 50 वर्ष) आज मंगलवार को अपनी साथी महिलाओं के संग कॉर्बेट की सर्पदुली रेंज में जंगल से लकड़ियां लेने गई थी।तभी अचानक बाघ ने झाड़ियों से निकल कर कौशल्या देवी पर हमला कर दिया और कौशल्या देवी को अपने जबड़ों में दबा कर खींचता हुआ घने जंगल में ले गया।अचानक बाघ के हमले से घबराई साथी महिलाओं ने शोर मचा कर कौशल्या देवी को बाघ से बचाने का प्रयास किया,परन्तु वह महिला को हमलावर बाघ से बचाने में नाकाम रही।महिलाएं दौड़ती हुई गांव में पहुंची और ग्रामीणों को सारा घटना क्रम बताया।जिसके बाद ग्रामीणों ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व को सूचित किया।

यह भी पढ़ें 👉  मत्स्य पालन में उत्तराखंड सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में चयनित


सूचना पाकर सीटीआर की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के साथ कौशल्या देवी की तलाश शुरू कर दी।कड़ी मशक्कत के बाद कौशल्या देवी का शव क्षत विक्षत अवस्था में बरामद हुआ।इस घटना के बाद ग्रामीणों में बाघ का भय का माहौल व्याप्त है।

यह भी पढ़ें 👉  सीएम धामी ने गैरसैण के सारकोट गांव पहुंच कर जन समस्याएं सुनी और गांव के विकास के लिए की घोषणाएं।

वहीं इस मामले में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक राहुल मिश्रा ने कहा कि सर्दी के मौसम में वन्यजीवों के हमले की घटनाएं बढ़ जाती हैं।उन्होंने सभी ग्रामीणों से अनावश्यक रूप से जंगल में न जाने की अपील करते हुए  कहा कि जिस क्षेत्र में यह घटना हुई है, वहां पर बाघ की निगरानी को लेकर कैमरा ट्रैप लगाए जा रहे हैं और क्षेत्र में गश्त प्रारम्भ करवा दी गई है व बाघ की मूवमेंट पर निगाह रखी जा रही है।वहीं इस घटना की जानकारी से विभागीय उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।

यह भी पढ़ें 👉  स्वच्छ भारत मिशन के तहत उत्तराखंड ने दर्ज की एक और उपलब्धि