रामनगर(उत्तराखंड):उत्तराखंड राज्य निर्माण के 24वीं स्थापना दिवस पर राज्य आंदोलनकारीयों एवं जन संगठनों के कार्यकर्ताओं ने राज्य निर्माण आंदोलन में शहीद हुए आंदोलनकारी को श्रद्धांजलि देते हुए राज्य की अवधारणा को लागू न करने पर आक्रोश जताया।
गुरुवार को शहीद पार्क लखनपुर में राज्य निर्माण आंदोलनकारी मंच के प्रभात ध्यानी के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में राज्य आंदोलन कारियो एवं जन संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं ने राज्य स्थापना के 23 वर्ष बाद भी राज्य की अवधारणा से जुड़े सवालों स्थाई राजधानी,कंडी सड़क का निर्माण,बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य,रोजगार, पलायन, परिसीमन ,जल, जंगल ,जमीन ,माफिया राज ,महिला अस्मिता , कृषि ,जंगली जानवरों का आतंक ,मजदूरी, नशे आदि सवालों का समाधान न होने पर सत्तारूढ़ सरकारों को जमकर कोसा।
इस अवसर पर राज्य आंदोलन कारियों में इस बात को लेकर भी आक्रोश दिखा कि मुख्यमंत्री तथा जिलाधिकारी नैनीताल के आदेश के बावजूद स्थानीय प्रशासन ,तहसील प्रशासन, नगर पालिका, पुलिस प्रशासन द्वारा स्थापना दिवस के अवसर पर कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया ।
राज्य आंदोलनकारी द्वारा स्थानीय प्रशासन द्वारा राष्ट्रीय पर्व ,सरकारी कार्यक्रमों में राज्य आंदोलनकारी को आमंत्रित न करने,सम्मान न दिये ज़ाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भेजने का निर्णय लिया है।
इस अवसर पर इंदर सिंह मनराल,डॉक्टर धनेश्वरी घिल्डियाल, राजेंद्र खुल्बे , चंद्रशेखर जोशी,सुमित्रा बिष्ट, देवकी असनोडा, ललिता रावत, पीतांबरी रावत ,रोहित रूहेला, ललित उप्रेती,सुमित कुमार, प्राची बंगारी, पुष्कर दुर्गापाल, सुरेंद्र नेगी, शेर सिंह लटवाल, नवीन नैथानी, नवीन नैनवाल, नईम अहमद चौधरी,नवाब अहमद, जगदीश पांथरी,डीडी सती, योगेश सती,हीरा सिंह, दिनेश सत्यवली, रईस अहमद, मोहम्मद आसिफ,प्रभात ध्यानी आदि थे।
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