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टटलू गैंग के दो साइबर ठग पुलिस के हत्थे चढ़े।

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चंपावत-चंपावत में साइबर अपराध करने वालों के खिलाफ पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने फेसबुक आइडी हैक कर लोगों से लाखों रुपये की ठगी करने वाले टटलू गैंग का भंडाफोड़ किया है। पुलिस टीम ने उत्तर प्रदेश के मथुरा और राजस्थान के अलवर से दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।

एसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि साइबर ठगी के मामले में पुलिस टीमों ने राजस्थान के अलवर से साकिर (20) पुत्र आस मोहम्मद, वार्ड नंबर 2, खैरली बहादुर, थाना गोविंदगढ़ को और मथुरा से तालिम खान (22) पुत्र इस्लाम खान, निवासी ग्राम मदौरा, थाना गोवर्धन को गिरफ्तार किया है। एसपी के अनुसार साइबर ठगों ने वर्ष 2019 में श्यामेंद्र प्रताप सिंह पुत्र हरि शंकर सिंह, निवासी बसंतपुर सुखपुरा, बलिया, उत्तर प्रदेश हाल सहायक प्रोफेसर भौतिक विज्ञान राजकीय महाविद्यालय लोहाघाट के रिश्तेदार की फेसबुक आईडी हैक कर एक लाख रुपये की ठगी की थी। लोहाघाट पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 420 और 66बी आईटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके अलावा इस वर्ष चंपावत के भुवन चंद्र पुनेठा पुत्र दुर्गादत्त, निवासी मल्ली हाट की फेसबुक आईडी हैक कर उसके रिश्तेदारों से 20 हजार रुपये की ठगी कर ली गई थी। जिस पर कोतवाली में आईपीसी की धारा 420 और आईटी एक्ट की धारा 66 बी के तहत प्राथमिकी दर्ज कर चंपावत कोतवाल धीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर मामलों का शीघ्र खुलासा करने के निर्देश दिए गए थे। पुलिस टीम ने पुलिस कार्यालय में स्थित साइबर सैल की मदद से फर्जी फोन पे, गूगल पे, पेटीएम और ऑनलाइन बैकों की डिलेट एकत्र की और अज्ञात आरोपियों की पहचान की। इसके बाद पहचाने गए आरोपियों की धरपकड़ की गई।दोनों आरोपित टटलू गैंग के शातिर अपराधी हैं। यह गैंग अलवर राजस्थान में काफी विख्यात है। जो भोले भाले लोगों को विश्वास में लेकर ठगी करते हैं। यह लोग फेसबुक आईडी हैक कर मैसेंजर के माध्यम से संबंधित व्यक्ति के दोस्तों, रिस्तेदारों से रुपयों की मांग करते है। एसपी लोकेश्वर सिंह के अनुसार आरोपितों के बैंक खातों में लाखों रूपयो का लेनदेन होना पाया गया है। यह लोग अपने गैंग को मथुरा तथा अलवर राजस्थान से संचालित करते थे तथा छोटे छोटे गैंग बनाकर काम करते हैं। यह अपराधी फर्जी फोन पे, गूगल पे, पेटीएम के माध्यम से पैसा ट्रांसफर कर पैसे को ऑनलाइन बैंक अकाउंट में डालकर निकाल लेते थे। पुलिस की ओर से समय समय पर जागरूकता अभियान चलाए जाने के बाद भी कई लोग साइबर ठगों के चंगुल में फंस कर ठगी का शिकार बन रहे हैं। एसपी के अनुसार दोनों आरोपितों का आपराधिक इतिहास तलाश किया जा रहा है।

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