
नैनीताल। सैनिक स्कूल घोड़ाखाल में एनईपी–2020 और एनसीएफ–2023 के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर आयोजित दो दिवसीय एनसीईआरटी कार्यशाला शनिवार को सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गई। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षण–अधिगम पद्धतियों को सुदृढ़ बनाना और शिक्षकों की क्षमता का विस्तार करना था। क्षेत्र के 50 से अधिक विद्यालयों से आए 64 प्रतिभागियों ने इसमें उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का आयोजन सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के सहयोग से किया गया।

समापन सत्र में सीआईईटी, एनसीईआरटी के संयुक्त निदेशक प्रो. अमरेंद्र पी. बेहरा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। दो दिनों तक चले सत्रों में एनसीईआरटी के वरिष्ठ विशेषज्ञों ने संवादात्मक और ज्ञानवर्धक प्रस्तुतियाँ दीं।
प्रो. अमरेंद्र पी. बेहरा ने एनईपी–2020 एवं एनसीएफएसई–2023 के अनुरूप डिजिटल प्लेटफॉर्म, आभासी प्रयोगशालाएँ, मिश्रित शिक्षा और शिक्षक सशक्तिकरण जैसे आधुनिक शैक्षिक तकनीकी नवाचारों पर विस्तार से प्रकाश डाला।प्रो. विजयन ने स्कूल नेतृत्व एवं संस्थागत संस्कृति,डॉ. सुखविंदर ने समग्र प्रगति कार्ड की संरचना,डॉ. सुष्मिता चक्रवर्ती ने सामाजिक–भावनात्मक कौशल व कक्षा प्रबंधन,जबकि डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने विज्ञान शिक्षा में नवाचार विषयों पर प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया।

समापन अवसर पर सभी प्रतिभागी शिक्षकों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए, वहीं एनसीईआरटी के विशेषज्ञों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ, जिसमें आयोजन समिति, प्रशासनिक स्टाफ और कैडेट स्वयंसेवकों के सहयोग की सराहना की गई।
इस अवसर पर यह संकल्प भी दोहराया गया कि सैनिक स्कूल घोड़ाखाल और एनसीईआरटी मिलकर शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि तथा एनईपी 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए निरंतर कार्य करते रहेंगे।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य ग्रुप कैप्टन विजय सिंह डंगवाल, शिक्षकगण एवं स्टाफ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें
👉 हमारे फ़ेसबुक पेज को लाइक/फॉलो करें


Subscribe Now




