उत्तराखंडकुमाऊंगढ़वालदेहरादून

उत्तराखण्ड में 26 थानों का उच्चीकरण कर कोतवाल तैनात करने की तैयारी।

ख़बर शेयर करें

देहरादून- प्रदेश के 26 और थानों में स्पेक्टर स्तर के अधिकारियों को नियुक्त करने की तैयारी की जा रही है। यह बदलाव 10 जिलों के प्रमुख थानों में किया जाना है। इसके लिए पुलिस मुख्यालय की ओर से पिछले दिनों शासन को प्रस्ताव भेजा है। बताया जा रहा है कि इस पर मुख्यमंत्री ने भी गृह सचिव को तत्काल कार्रवाई करने के लिए निर्देशित कर दिया है। ऐसा हुआ तो प्रदेश में आधे थाने इंस्पेक्टर यानी एसएचओ वाले हो जाएंगे और आधे एसओ वाले रह जाएंगे।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पूंजी निवेश 2024-25 के लिए राज्य की विशेष सहायता योजना की समीक्षा बैठक ली

वर्तमान में कुल 160 थाने हैं। इनमें से 54 थाने ऐसे हैं जहां पर इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी प्रभारी होते हैं, यानी इन थानों को कोतवाली कहा जाता है और यहां के मुखिया को कोतवाल (एसएचओ) कहा जाता है।

इन थानों का होना है उच्चीकरण

यह भी पढ़ें 👉  कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर में केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की टीम निरीक्षण करने पहुंची,टीम द्वारा रेस्क्यू सेंटर से सम्बन्धित व्यवस्थाओं के सुधार के दिए दिशा निर्देश।

*देहरादून नेहरू कॉलोनी, रायपुर, राजपुर, रायवावला और प्रेमनगर।

*हरिद्वार कनखल, पथरी, बहादराबाद, बुग्गावाला, भगवानपुर, सिडकुल * उत्तरकाशी : कोतवाली उत्तरकाशी।*टिहरी गढ़वाल चंबा।

*चमोली: गोपेश्वर और गैरसैंण
जबकि 106 थानों में दरोगा स्तर के अधिकारी प्रभारी (एसओ) होते हैं। अब इन बचे थानों में से 26 थाने पुलिस मुख्यालय ने उच्चीकरण के लिए चिन्हित किए हैं। आईजी कार्मिक एपी अंशुमान की ओर से शासन को इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया है। यह प्रस्ताव मंजूर हुआ तो प्रदेश में 80 थाने एसओ और 80 एसएचओ यानी कोतवाली हो जायेंगी
*पौड़ी गढ़वाल लक्ष्मण झूला

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड के चार गांवों को मिलेगा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार

*ऊधमसिंह नगर कुंडा, गदरपुर, पंतनगर, केलाखेड़ा, आईटीआई।
चंपावत टनकपुर ।
*जीआरपी जीआरपी देहरादून और हरिद्वार।
तर्क है कि इन थानों का उच्चीकरण बेहद आवश्यक है। ये सभी थाने संवेदनशील हैं और कुशल प्रशासक के तौर पर यहां इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी होने चाहिए।