रामनगर। बाघिन की मौत के मामले में वनरक्षक के खिलाफ कार्यवाही किए जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने शुक्रवार को कालागढ़ डीएफओ का घेराव किया। शुक्रवार को ग्रामीणों के साथ बैठक आयोजित में ग्रामीणों ने कालागढ़ वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी नीरज शर्मा को इलाके में वन्यजीवों के आतंक के बारे में बताते हुए कहा कि बाघ के खौफ के कारण उनके बच्चे स्कूल तक नहीं जा पा रहे हैं। लेकिन विभाग उल्टा वनरक्षक के खिलाफ कार्यवाही कर उसका उत्पीड़न कर रहा है।
ग्रामीणों ने वनरक्षक धीरज रावत को बैठक में बुलाने की मांग भी की। बाद में ग्रामीणों और अधिकारियों के बीच सहमति बनी कि मरचूला क्षेत्र के सभी फॉरेस्ट डिविजनों के अधिकारियों के साथ मिलकर ग्रामीणों की बड़ी बैठक का आयोजन किया जायेगा। जिसमें तय किया जाएगा कि क्षेत्र में जो भी केस हो उस पर तुरंत मुआवजा दिलवाया जा सके। समय-समय पर गांव में सामूहिक बैठक करके जागरूकता के कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी जिसमें लोगों को जागरूक किया जाएगा।
वन्य जीवों को आबादी क्षेत्र में आने से रोकने के लिए सोलर फेंसिंग लगाए जाएंगे। इसके साथ ही शासन को रिपोर्ट भेजकर जंगली जानवर द्वारा किसी भी व्यक्ति को घायल किए जाने पर उसमे इलाज का सारा खर्च सरकार द्वारा वहन कराया जाने के लिए नीतिगत निर्णय लेने की सिफारिश की जाएगी।
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