उत्तराखंडकुमाऊंनैनीताल

रामनगर नगरपालिका क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों को शामिल किए जाने विरोध में ग्रामीणों की बैठक

ख़बर शेयर करें

रामनगर।नगरपालिका क्षेत्र रामनगर में कानिया , गौजानी, शिवलाल पुर रिऊनियां, शिवलाल पुर पांडे, चोरपानी आदि ग्रामीण क्षेत्र को शामिल किए जाने के विरोध में ग्राम कानिया में ग्रामीणों की बैठक हुई। बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि हम किसी भी शर्त पर नगर पालिका में शामिल नहीं होना चाहते।

बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि जिन क्षेत्रों को नगरपालिका में शामिल किया गया है वहां का क्षेत्रफल अधिक है और जनसंख्या उसके अनुपात में बेहद कम है। ग्रामीणों ने कहा कि अधिकांश क्षेत्र नगर पालिका से बहुत दूर है तथा नगरपालिका की सीमा से लगा हुआ भी नहीं है।

यह भी पढ़ें 👉  यात्रा प्राधिकरण गठित कर आगामी यात्रा की तैयारी में अभी से जुटें अधिकारी - मुख्यमंत्री

बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि नगर क्षेत्र में शामिल होने पर बिजली और पानी महंगा हो जाएगा। लोगों से भवन कर वसूला जाएगा। नगरपालिका वाहनों एवं सड़क पर फड़ लगाने वालों से तह बाजारी वसूल करेगी। कूड़े का सालाना भुगतान देना होगा। गौशाला, मौन पालन, मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन, मनरेगा आदि योजनाओं का लाभ मिलना बंद हो जाएगा जिस कारण कृषि पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा।

यह भी पढ़ें 👉  जुए में हार जीत के बाद हुए गोलीकांड में कालाढूंगी पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार।

बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि सरकार ने आपत्ति के लिए एक सप्ताह का समय दिया है जो की बहुत कम है । इसको लेकर जल्द ही ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल डीएम नैनीताल से मिलकर आपत्ति दर्ज करेगा।

बैठक में ग्रामीणों ने सरकार पर राजनीतिक लाभ के लिए सीमा विस्तार का आरोप लगाते हुए कहा कि सीमा विस्तार से पूर्व ग्राम सभाओं में भी सरकार प्रस्ताव लेकर नहीं आई है। सीमा विस्तार की समस्त योजना लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन है।

यह भी पढ़ें 👉  दंत चिकित्साधिकारियों की वर्षों पुरानी मांग पर उत्तराखंड सरकार ने लगाई मुहर।

बैठक में ललित उप्रेती, भास्कर करगेती, धारा वल्लभ पांडे, ललित मोहन पांडे, मोहन राम, कुंदन राम, कुबेर थपलियाल, दिलीप सिंह रावत, उपग्राम प्रधान दीप चंद्र पांडे, पारस करगेती, गणेश पांडे, लक्ष्मी चंद करगेती, कन्नू, मोहित नैनवाल, महेश मठपाल समेत बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भागीदारी की।