उत्तराखंडकुमाऊंनैनीताल

पुलिस की किस जाँच को प्रथम आने पर किस थानाध्यक्ष को सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने किया सम्मानित ।

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कालाढूंगी-कालादूँगी के थानाध्यक्ष दिनेशनाथ महंत को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा सम्मानित किया है।देहरादून में राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर एक ब्लाइंड मर्डर केश में गहनता से जाँच कर केस का खुलासा करने पर सम्मानित किया है।इस जाँच को प्रदेश में प्रथम स्थान मिला है।


गौरतलब है कि कालाढूंगी थाना अध्यक्ष को दिनेश नाथ महंत को देहरादून में राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा सम्मानित किया है।मुख्यमंत्री ने महंत को दस हज़ार रुपया और प्रशस्ति पत्र देखकर सम्मानित किया है।

थानाध्यक्ष की कौन सी वह जाँच थी जो प्रदेश में प्रथम मानी गयी।

गौरतलब है कि 31 जनवरी 2020 की सुबह कालादूँगी थाना क्षेत्र के अंतर्गत बैलपोखर में एक अज्ञात महिला का जला हुआ शव जंगल से बरामद हुआ था।जिस कारण शव की शिनाख्त करना बहुत मुश्किल था।इस घटना की जाँच कर रहे कालादूँगी थानाध्यक्ष और उनकी टीम के सामने यह ब्लाइंड केस था ।जिसकी तह तक जाना एक चेलेंज था।लेकिन पुलिस की सूझबूझ के चलते दूध का दूध पानी का पानी हो गया।पुलिस द्वारा महिला के शव का पोस्टमार्टम कराया गया जिसकी रिपोर्ट में महिला की गला दबा कर हत्या करने के बाद उसे जलाया जाना सामने आया।जिसके बाद पुलिस ने बैलपड़ाव में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाली जिसमे एक कार संदिग्ध रूप से घूमती हुई दिखायी दी।जिसका मालिक बैलपड़ाव निवासी रमनजीत सिंह चिन्हित हुआ।जिसकी जाँच पड़ताल करने पर पुलिस को पता चला कि घटना की रात को चूनाखान निवासी उसका जीजा कुलदीप कार ले गया था।जिसके बाद पुलिस ने कुलदीप को हिरासत में लेते हुए सख्ती से पूछताछ की गयी,तो हत्या की सारी कहानी पर से पर्दा उठ गया।महिला का जला शव पंजाब के फिरोजपुर निवासी राजेन्द्र पाल सिंह की पत्नी अनिता का था।राजेन्द्र पाल कुलदीप का दोस्त था।राजेन्द्र ने कुलदीप की मदद से अपनी पत्नी की अनिता की गला दबाकर हत्या की थी। शव की शिनाख्त मिटाने के लिए जला दिया गया था।अनिता की हत्या उसके पति ने अवैध संबंधों के शक पर की थी।जिसके बाद पुलिस ने अनिता की दोनों बहनों से डीएनए टेस्ट कराया।जिसमे अनिता का डीएनए टेस्ट उसकी बहनों से मेच हो गया।जिसके बाद पुलिस को संतुष्टि हो गयी कि जला हुआ शव अनिता का ही था जिसका ख़िलासा पुलिस ने किया और आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया।कालादूँगी पुलिस द्वारा किये गये इस खुलासे की जाँच को प्रदेश में प्रथम स्थान दिया गया।जिस कारण देहरादून में राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर कालादूँगी थानाध्यक्ष दिनेश नाथ महंत को सम्मानित किया गया।थानाध्यक्ष दिनेश नाथ महंत ने सम्मान मिलने के बाद अपने उच्च अधिकारियों का धन्यवाद देते हुए कहा कि इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में उनके अफसरों के दिशा निर्देशों बहुत बड़ा योगदान रहा।

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