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कब रुकेगा हरे भरे बगीचों को उजाड़ने का खेल,फिर कटे फलदार वृक्ष ।

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रामनगर-ग्रामीण क्षेत्रों में विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते लगातार बगीचों को उजाड़ा जा रहा है।सभी नियम कानूनों को ताक में रख कर फलदार वृक्षों का अवैध रूप से कटान किया जा रहा है।ताज़ा मामला रामनगर तहसील के अंतर्गत ग्राम चोरपानी का है।

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गुरुवार को ग्राम चोरपानी में कुछ लोगों द्वारा दिनदहाड़े बगीचे में आम के हरे  पेड़ों को खुलेआम काटे जाने की सूचना पर मौके पर पुलिस उद्यान विभाग व वन विभाग के अधिकारी आनन-फानन में पहुंच गए बगीचे में मौजूद पेड़ काट रहे एक व्यक्ति ने पेड़ काटने की वन विभाग द्वारा दी गई अनुमति को पुलिस को दिखाया जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में तराई पश्चिमी वन प्रभाग की आम पोखरा के रेंजर विपिन डिमरी से मौके पर बातचीत की तो रेंजर ने अनुमति देने की बात कही तो वही मौके पर मौजूद उद्यान अधिकारी अर्जुन सिंह परवाल ने बताया कि वन विभाग द्वारा उनसे कोई जानकारी नहीं ली गई है अधिकारियों के विरोधाभास बयान के चलते रामनगर क्षेत्र में खुलेआम बगीचों का कटान करने के साथ ही नियम कानूनों की धज्जियां उड़ाई जा रही है तथा इन बगीचों को काटकर भू माफियाओं द्वारा यहां पर कालोनियां विकसित करने का काम किया जा रहा है हालांकि जिस क्षेत्र में यह बगीचा काटा गया है वह फल पट्टी क्षेत्र में नहीं आता है आरटीआई कार्यकर्ता अजीम खान ने बताया कि एक्ट 1976 धारा 7 के तहत हरा पेड़ काटने की इजाजत नहीं दी जा सकती अनुमति पेड़ के फल न देने एवं सूखने पर विभाग दे सकता है लेकिन एक पेड़ के स्थान पर दो पेड़ लगाने का नियम है लेकिन मौके पर ऐसा कुछ ना होने पर उन्होंने भी विभागीय अधिकारियों की भूमिका को संदेह के दायरे में बताते हुए कार्रवाई करने की बात कही है वही मामले में कोतवाली के एसएसआई जयपाल सिंह चौहान ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है यदि मामले में इस बगीचे को अवैध रूप से काटे जाने के तथ्य मिलते हैं तो संबंधित लोगों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

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