रामनगर-भारतीय वन्यजीव संस्थान की टीम कॉर्बेट पार्क में तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची थी।जहां देर शाम (wii )की टीम वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गई ।डब्लू आई आई की टीम पाँच बाघो को राजाजी पार्क में रिलोकेट करने की जगह का निरीक्षण करने के लिए कॉर्बेट पहुंची थी।जिसका कार्य टीम द्वारा पूरा कर लिया गया है।
कोर्बेट टाइगर रिज़र्व के निदेशक राहुल कुमार की माने तो राजाजी टाइगर रिजर्व के वेस्टर्न जोन में 2 बाघिन अकेली पड़ गयी है।जिसको लेकर 5 बाघों को कॉर्बेट पार्क से राजाजी पार्क में रिलोकेट किए जाने हैं।इसके लिए (एनटीसीए)द्वारा प्रोटोकॉल निर्धारित किया गया है।अभी तक कैमरा ट्रैप के माध्यम से ली गयी बाघो की तस्वीरों का मूल्याँकन किया जा रहा था।ताकि उन बाघो का चिन्हीकरण किया जा सके जिन बाघो को राजाजी टाइगर रिजर्व भेजना है।उसी क्रम में वन्यजीव संस्थान व कोर्बेट की टीम ने पिछले 3 दिनों में साइडों का निरीक्षण किया है।जहाँ से बाघो को ट्रैंकक्यूलाइज़ कर आसानी से रेस्क्यू करके ले जाया जा सके।तथा किसी वन्यजीव को नुकसान भी न पहुँच सके।
निरीक्षण के बाद डब्लू आई आई की टीम का मानना था कि बरसात के चलते अभी घाँस जंगलों में बहुत बड़ी है जिससे बाघो को देखने मे कठिनाई होगी।अक्टूबर,नवम्बर में जब घाँस कम हो जाएगी।इन महीनों के फर्स्ट फेज में बाघो को राजाजी टाइगर रिज़र्व में शिफ्ट करने में आसानी होगी।
आपको बता दे कि राजाजी टाइगर रिजर्व के वेस्टर्न एरिया में दो बाघिन अकेली पड़ गयी है।जिस कारण उस क्षेत्र में बाघो मे बढ़ोत्तरी नही हो पा रही है।उस क्षेत्र में बाघो का कुनवा बढ़ सके इसके लिए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से पाँच बाघ राजाजी टाइगर रिजर्व के वेस्टर्न क्षेत्र में शिफ्ट किये जा रहे हैं।
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