उत्तराखंडगढ़वालदेहरादून

वह अपनी जान देकर बता गया रिश्ते कैसे निभाया जाते है सुबह बंधी राखी और शाम को बच्ची को बचाने लिए गुलदार से भिड़ गया

ख़बर शेयर करें

देहरादून(उत्तराखंड):आज के दौर में फीके पड़ते इंसानी रिश्तों को एक जानवर ने आईना दिखाते हुए अपनी जान देकर वफादारी,प्यार और रिश्ते का हक़ कैसे निभाया जाता है उसकी मिसाल कायम कर दी।एक बच्ची को बचाने के लिए कुत्ता गुलदार से भिड़ गया।बच्ची को तो कुत्ते ने बचा लिया परन्तु इस संघर्ष में वह अपनी जान गवां बैठा

प्रतीकात्मक चित्र

दरअसल घटना ग्राम पंचायत मारखम ग्रांट के बुल्लावाला में स्थित महेंद्र सिंह थापा के घर की है। रक्षाबंधन वाले दिन सुबह को बच्ची ने कुत्ते को राखी बांधी थी।शाम को लगभग साढ़े सात बजे कुत्ता और बच्ची दोनो संग आंगन में खेल रहे थे,कि अचानक वहाँ गुलदार आ धमका और बच्ची को अपना निवाला बनाने के लिए उस पर झपटने ही वाला था कि बीच में कुत्ता आ गया और कुत्ते ने गुलदार के झपटने से पहले ही गुलदार पर हमला बोल दिया।गुलदार और कुत्ते के बीच खूब संघर्ष हुआ।बावजूद इसके कुत्ते ने राखी के धागे की लाज निभाते हुए इस चतुर खूंखार शिकारी के साथ लड़ाई में अपनी जान गवां दी।परन्तु वह बच्ची को गुलदार का निवाला बनने से बचा गया।

यह भी पढ़ें 👉  कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर में केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की टीम निरीक्षण करने पहुंची,टीम द्वारा रेस्क्यू सेंटर से सम्बन्धित व्यवस्थाओं के सुधार के दिए दिशा निर्देश।

इस घटना के बाद से इलाके में गुलदार की दहशत व्याप्त है ग्रामीण डरे सहमे है।वहीं वन विभाग की ओर से अभी तक किसी भी कर्मचारी अधिकारी ने आकर मौके का निरीक्षण नहीं किया है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड के चार गांवों को मिलेगा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार

बता दे कि उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों से लेकर मैदानी इलाकों तक गुलदार का आतंक है।गुलदार के हमले में कई लोग अपनी जान गवां बैठे है तो कई लोग घायल हो चुके है ।प्रतिदिन गुलदार के हमले की खबरे मीडिया सोशल मीडिया पर गर्दिश करती रहती है।अब तो कई क्षेत्रों में हालात यह हो गए है कि गुलदार के आतंक की वजह से डीएम ने स्कूलों को बंद के लिए छुट्टी के आदेश दे दिए थे।जिसका ताजा उदाहरण जिला बागेश्वर का अमस्यारी गांव में देखने को मिला है।