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कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की बिजरानी रेंज में बाघिन की मौत गश्तीदल को पड़ा मिला बाघिन का शव महकमे में मचा हड़कंप

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रामनगर(उत्तराखंड):कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में गश्ती दल को रहस्यमयी परिस्थितियों में एक बाघिन शव मिलने से महकमे हड़कंप मच गया।जिसकी सूचना गश्ती दल ने आलाधिकारियों को दी।मौके पर पहुंचे कॉर्बेट के अधिकारियों द्वारा जिसके घटना स्थल का मुआइना किया गया।एनटी०सी०ए० की गाइडलाइन के अनुसार बाघिन के शव का पोस्टमार्टम की कार्यवाही को अमल में लाया गया।

जानकारी के मुताबिक बीते शनिवार को शाम साढ़े पांच बजे कार्बेट टाइगर रिजर्व की बिजरानी रेंज के अर्न्तगत बिजरानी दक्षिणी बीट मलानी ब्लॉक क०सं० 18 बिजरानी चीड क्षेत्र में हाथी गश्ती दलों को एक बाघिन का शव पड़ा मिला।जिसके बाद वनकर्मियों द्वारा घटना से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया।सूचना पाकर बिजरानी रेंज के वन रेंज अधिकारी मौके पर पहुंचे,और घटना स्थल का मौका मुआयना किया गया।

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जिसके बाद बाघिन के शव का पोस्टमार्टम के लिए  एनटी०सी०ए० के निर्धारित मानकों के अनुसार एक पैनल का गठन किया, जिसमें जिसमें डॉ० दुष्यन्त शर्मा, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी, कार्बेट टाइगर रिजर्व, डॉ० आयुष उनियाल, पशु चिकित्साधिकारी, पश्चिमी वृत्त, हल्द्वानी (नैनीताल),ए०जी० अंसारी, एन०टी०सी०ए० द्वारा नामित प्रतिनिधि तथा विश्व प्रकृति निधि के प्रतिनिधि कृतिका भावे आदि शामिल थे।

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वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी द्वारा बाघिन के शव का पोस्टमार्टम किया गया।उन्होंने बताया कि बाघिन की उम्र लगभग 15 वर्ष है।मौके पर बाघ के नाखून, दांत, हडिडयों इत्यादि सभी अंग सुरक्षित पाये गये हैं।पोस्टमार्टम के बाद बाघिन के शव को राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण (एन0टी०सी०ए०) के निर्धारित मानकों के अनुसार जलाकर नष्ट किया गया। मृत मादा बाघ के अंगों के सैम्पल एकत्र कर परीक्षण हेतु भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून भेजा जा रहा है। मृत मादा बाघ की मृत्यु किन कारणों से हुई, इसकी जांच हेतु उप प्रभागीय वनाधिकारी, बिजरानी को जांच अधिकारी नामित किया गया है ।