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रामनगर(उत्तराखंड):केंद्र की मोदी सरकार एक फिर से ऐसा कानून लेकर आ गई है,जिसको लोग काला कानून बता रहे है।जिसके विरोध में वाहन चालक सड़को पर उतर आए है।वाहन चालकों से हुई सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने पर दस साल की सजा पांच लाख का अर्थदंड वसूलने के नए प्रावधान के विरोध में ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट यूनियन कांग्रेस ने तीन दिनी देशव्यापी हड़ताल का एलान किया है। रोडवेज चालकों,महासंघ टैक्सी यूनियन कुमाऊं मंडल ने भी सोमवार से होने वाली हड़ताल को समर्थन दिया है। ऐसे में आज से बुधवार तक टैक्सियां भी नहीं चलेंगी।इसका असर उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में देखने को मिला है।यात्री दिनभर सड़को पर भटकते रहे।
बता दें कि, हिट एंड रन केस के नए प्रावधान को लेकर ट्रांसपोर्ट नगर व्यापारी एसोसिएशन ने केंद्र सरकार की ओर से लागू नए प्रावधान को लेकर नाराजगी जताई और विरोध में प्रदर्शन भी किया। सरकार से इस प्रस्तावित कानून पर पुनः विचार करने की मांग की गई।वहीं नए कानून के विरोध में सोमवार को रोडवेज बस चालक हड़ताल पर चले गए। चालकों ने प्रदर्शन कर नए कानून का विरोध किया। जिसका असर प्रदेश के साथ-साथ रामनगर, हल्द्वानी, देहरादून, उधमसिंह नगर,हरिद्वार और रुड़की में भी देखने को मिल रहा है। इस वजह से यात्रियों को काफी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है।सुबह से लेकर शाम तक यात्री परेशानियों का सामना करते रहे।
वहीं रामनगर में निजी बस, ट्रक एवं टैक्सी चालकों के साथ ही रोडवेज चालकों ने भी अपनी हड़ताल शुरू कर दी है। वाहन चालकों ने सरकार के बनाए गए इस नियम का विरोध करते हुए सरकार से इसे वापस लेने की मांग की है।रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के कर्मचारियों ने इस मामले में एआरएम आनंद प्रकाश को ज्ञापन भी दिया। ज्ञापन में रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष पान सिंह ने बताया कि चालक द्वारा मार्ग पर एक्सीडेंट होने पर 10 साल की सजा और 05 लाख का अर्थदंड के रूप में लिया जायेगा। उन्होंने भारत सरकार के बनाए गए नियमों में संशोधन करने की मांग की है।
देहरादून में भी नए कानून के विरोध में सोमवार को रोडवेज बस चालक हड़ताल पर चले गए। चालकों ने प्रदर्शन कर नए कानून का विरोध किया। महासंघ टैक्सी यूनियन कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष ठाकुर सिंह बिष्ट ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि देशव्यापी हड़ताल का यूनियन समर्थन करती है। कहा कि एक जनवरी 2024 से तीन जनवरी तक तीन दिनी देशव्यापी हड़ताल को केमू समेत अन्य का समर्थन है।
कुमाऊं टैक्सी महासंघ भी इस बंद का पूर्ण समर्थन करता है। उन्होंने समस्त विभागों में अधिग्रहित व्यावसायिक वाहन चालकों/मालिकों से अनुरोध किया है कि वह भी इस बंद में अपना पूर्ण समर्थन दें।
ट्रांसपोर्टरों ने कहा कि जब भी कोई दुर्घटना होती है तो ड्राइवर बचने के इरादे से नहीं भागता बल्कि, बेकाबू होती भीड़ से खुद की जान बचाने के लिए भागता है। ऐसे में उस पर सजा का प्रावधान और जुर्माना लगाना ठीक नहीं है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरजीत सिंह सेठी और महामंत्री प्रदीप सब्बरवाल ने कहा कि हिट एंड रन केस के नए प्रावधानों ने ट्रक चालकों में भय पैदा हो गया है। कई ट्रक चालक नौकरी छोड़ कर जा चुके हैं। ऐसे में ट्रांसपोर्ट कारोबार खतरे में पड़ गया है।
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