उत्तराखंडकुमाऊंनैनीताल

पच्चीस दिन से लापता निगम कर्मी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में क्षत–विक्षत अवस्था में जंगल में मिला

ख़बर शेयर करें

पहाड़ टुडे से जुड़ने के लिए नीचे दिए हुए लिंक को क्लिक करे।

हल्द्वानी(उत्तराखंड): वनविकास निगम निगम में स्केलर के पद पर कार्यरत कर्मी का शव संदिग्ध अवस्था में तराई पूर्वी वन विभाग के अंतर्गत डॉली रेंज में क्षत–विक्षत अवस्था में बरामद हुआ है।निगमकर्मी नारायण सिंह बिष्ट पिछले 25 दिनों से लापता थे।पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

यह भी पढ़ें 👉  कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला स्थित रेस्क्यू सेंटर में केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की टीम निरीक्षण करने पहुंची,टीम द्वारा रेस्क्यू सेंटर से सम्बन्धित व्यवस्थाओं के सुधार के दिए दिशा निर्देश।

जानकारी के अनुसार कोतवाली पुलिस को तराई पूर्वी वन विभाग के डॉली रेंज कार्यालय से जानकारी मिली कि डॉली के जंगल में क्षत-विक्षत अवस्था में झाड़ियां के बीच एक शव पड़ा हुआ है। मौके पर पहुंचे कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक डीआर वर्मा और उनकी टीम ने पूरी तरह गल चुके शव को कब्जे में लेते हुए उसका पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए हल्द्वानी भेज दिया। शव के पास ही एक परिचय पत्र पढ़ा हुआ था जिसे देखकर पता चला कि मृतक वन विकास निगम में स्केलर के पद पर कार्यरत था। 

यह भी पढ़ें 👉  मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पूंजी निवेश 2024-25 के लिए राज्य की विशेष सहायता योजना की समीक्षा बैठक ली

वह पिछले 3 अक्टूबर से घर से लापता चल रहा था, जिसकी गुमशुदगी परिजनों द्वारा हल्द्वानी के थाना मुखानी में गत 14 अक्टूबर को दर्ज 14 अक्टूबर को दर्ज कराई थी।कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक डीआर वर्मा ने बताया कि पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड लेखपाल संघ की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक देहरादून में संपन्न सुरजीत सिंह चुने गए प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष

वही वन विकास निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक महेश आर्य के अनुसार वन निगम की डॉली रेंज बीट में स्केलर के पद पर कार्यरत नारायण सिंह बिष्ट उम्र 50 वर्ष लंबे समय से लापता था। जिसकी तलाश वन निगम और उसके परिजन कर रहे थे। जिसका जंगल में शव बरामद हुआ है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मृत्यु के वास्तविक कारण का पता चल सकेगा।