उत्तराखंडकुमाऊंनैनीताल

पूछड़ी के ग्रामीणों ने अपने घरों को बचाने के लिए किया संघर्ष का ऐलान

ख़बर शेयर करें

रामनगर।वन ग्राम पूछडी में वन विभाग द्वारा 7 सौ से अधिक परिवारों को हटाए जाने का नोटिस देने के खिलाफ ग्रामीणों ने बैठक कर कल 14 अगस्त को प्रभागीय वनाधिकारी तराई पश्चिमी व एसडीएम कार्यालय पर प्रातः 10 बजे जुलूस निकालकर धरना प्रदर्शन करने की घोषणा की है। तथा 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर भी धरना आयोजित करने की चेतावनी दी है।

बैठक में वक्ताओं ने कहा की वन विभाग द्वारा वालों पूछड़ी को उजाड़ने के लिए की जा रही कार्यवाही पूर्णतया गैरकानूनी है तथा संविधान द्वारा प्रदत्त जीवन के अधिकार का उल्लंघन है। वक्ताओं ने कहा कि माननीय उत्तराखंड उच्च न्यायालय तथा सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि किसी भी व्यक्ति को हटाने से पहले उसका पुनर्वास किया जाना चाहिए। इसके बावजूद भी उत्तराखंड सरकार और वन विभाग हजारों लोगों के आशियाने तोड़ने की साजिश कर रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पूंजी निवेश 2024-25 के लिए राज्य की विशेष सहायता योजना की समीक्षा बैठक ली

बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि लोकसभा चुनाव में वोट मांगते वक्त भाजपा सांसद अनिल बलूनी ने कसम खाकर कहा था कि किसी भी वन ग्राम वासी को बेघर नहीं किया जाएगा। आज जब हम गरीबों के घरों पर बुल्डोजर चलाने की धमकी दी जा रही है तो सांसद महोदय जनता के बीच से नदारद हैं। ग्रामीणों ने कहा कि यदि हमारे साथ जोर जबरदस्ती करने की कोशिश की तो हम अपनी जान दे देंगे परंतु अपना घर नहीं टूटने देंगे।

यह भी पढ़ें 👉  1094 कनिष्ठ अभियन्ताओं को प्रदान किये गये नियुक्ति पत्र ।

बैठक को एस लाल, सियाराम, संयुक्त संघर्ष समिति के ललित उप्रेती, उपपा नेता प्रभात ध्यानी, समाजवादी लोकमंच के मुनीष कुमार, महिला एकता मंच की सरस्वती जोशी, मौ ताहिर, रीना ने संबोधित किया।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड के चार गांवों को मिलेगा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार

कार्यक्रम में परवीन, सीमा तिवारी, परी देवी, मंजू देवी, ज्योति, दुर्गा देवी, हलीमा, फरजाना, सैमी अहमद, मौ आसिफ समेत बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी की।